Monday 24 September 2018

Accha hota.







जान लेकर भी ये सिलसिला तोड़ देती तो अच्छा होता
दोनो में से किसी एक को छोड़ देती तो अच्छा होता....

तेरी चुप्पी ने मुझसे मेरे कई अपने छीन लिए
कुछ पल चुप्पी तोड़ देती तो अच्छा होता

तेरी मुस्कान से अच्छा दुनिया मे कुछ नही ,सच है
एक मुस्कान भी मेरे नाम होती तो अच्छा होता

अच्छा होता ज़हर हलक में मेरे उतार देती तुम
बेवफाई से बेहतर मुझे मार देती तो अच्छा होता

"गुरू" को ग़म देकर हंसने वाली खुश रहो
कुछ ग़म खुद भी उधार लेती तो अच्छा होता