Tuesday 18 August 2015

प्यार कितना है...

तुमसे प्यार कितना है,मैं ये समझा नही सकता
तुम्हे खोना नही चाहता और पा भी नहीं सकता

तुम्हारे साथ रहकर के मुझे कभी रोना नहीं आया
सिवा तेरे कभी किसी और का होना नहीं आया
कभी मेरी रूह से तेरी परछाई को मिटा नहीं सकता
तुम्हे खोना नही चाहता और पा भी नहीं सकता

मुझे मैं प्यारा लगता हूँ जव तुम साथ होती हो
मर जाऊं अगर तुमसे ख्वाबों में मुलाक़ात होती हो
हमारा प्यार पूरे सागर में भी समाँ नहीं सकता
तुम्हे खोना नही चाहता और पा भी नहीं सकता

तेरे आने से जिंदगी की खुशियो ने नया मोड़ लिया है
मैंने तो नाम तक तेरा मेरे नाम से जोड़ लिया है
इस तरीके से दो मोतियो को कोई पिरो नहीं सकता
तुम्हे खोना नही चाहता और पा भी नहीं सकता

बस मुझे छोड़ कर कभी किसी दूजे की मत होना
हंसी हो साथ में मेरे तो मेरे साथ में रोना
विशवास रखना..हमे एक दूजे से ज्यादा कोई चाह नही सकता
तुम्हे खोना नही चाहता और पा भी नहीं सकता

मेरे बुरे समय में भी मुझपर ऐतबार बनाये रखना
मेरा और तुम्हारा बचपन का प्यार बनाये रखना
तुम भी साथ देना मैं अकेला इस रिश्ते को निभा नहीं सकता
तुम्हे खोना नही चाहता और पा भी नहीं सकता

दुनिया कितनी भी सुंदर हो..मेरा अरमान बस तुम हो
बस आखिरी स्वांस तक "गुरु"तेरे प्यार में गूम हो
अब रोना बन्द कर वरना मैं रातभर सो नहीं सकता
तुम्हे खोना नही चाहता और पा भी नहीं सकता।।।।

6 अक्टूबर.2010

एक बेवफा हसीना...एक गद्दार दोस्त.....एक खून

एक बेवफा हसीना...एक गद्दार दोस्त.....एक खून
छिपकर बातें.....खूब सारा पैसा....फिर दोनों मौन.........

छिपि मोहब्बत...छिपकर सेक्स...आँख में धुल
दो सिम कार्ड..नेट रिचार्ज....छिपाया हुआ फोन......

नीली टी-शर्ट...दुर्गा माँ की मूरत....एक छल्ला
एक हवस..दो रिश्ते....दोषी कौन.....

साढ़े तीन महीने...रिश्ता...मर्डर...रिश्ता....हवस...धोखा
झूठ,,,दिखावा,,,आंसू.....फ्री का पैसा...ढोंग......

स्टेट्स में नाम..चोरी की उदास शायरी...कुछ छिपाई हुई तस्वीरें
प्यार...शादी...मर्डर..हवस..शादी..प्यार..ब्लैकमेलिंग...d*ep-s**ran

गुरु...दोस्त...भरोसा..प्यार...विशवास...माफ़ी...मौका..पैसा..शोंक..फायदा
इल्जाम...नाम....गलती......विश्वासघात...एक किताब..."M i wrong"???

"""सच्ची घटना की कहानी"""