दरिया संग मिलते समुंदर देखे हैं
आपकी आँखों के अंदर देखे है
हल्के गुलाब की रंगत से बना चेहरा आपका
केसर के टुकड़े घुलते,दूध के अंदर देखे हैं
सारा दिन अच्छा गया,जब एक नज़र देखा आपको
मानो मिश्री के टुकड़े खाकर दही के अंदर देखे हैं
हाए तौबा आवाज़ आपकी,अंतर्मन तक मार करे
होंठों से निकले तीर चुभते दिल के अंदर देखे हैं
चेहरे पर नागिन सी लटकी,हल्के काले बालों की लट्ट तौबा
चाँद तारों से भरे अंधेरे,मिलते सूरज के अंदर देखे हैं
दरिया संग मिलते समुंदर देखे हैं
आपकी आँखों के अंदर देखे है