Wednesday 13 April 2016

तेरे बिना रंग सब फीके होली के,जिंदगी के....

तेरे बिना रंग सब फीके
होली के,जिंदगी के....

नहीं कोई लाल,पीला नहीं नीला
ना कोई त्यौहार रंगीला
सब अरमान बेरंग से
होली के,,
जिंदगी के....

यादो का सफेद पानी आँखों में है
दिल अब तक तेरी ही यादों में है
कई साल खो गए,,धोखे में
गुरु की
जिंदगी के,,,,

जहन में तेरा चेहरा अब भी है
इस दिल में तेरा एक कोना अब भी है
कई सवाल रह गए अधूरे
दिल में,,
जिंदगी के,,,,,,,,
तेरे बिना रंग सब फीके
होली के,जिंदगी के....

Tuesday 16 February 2016

ना दवा काम आई...ना दुआ काम आई...

हमको मोहब्बत ऐसे मुकाम लाई
ना दवा काम आई,ना दुआ काम आई

बन्द आगोश में आकर हुए बेपर्दा
ना शर्म काम आई,ना हया काम आई

मेरे होकर भी,वो मुझसे दूर हो गए
ना वफ़ा काम आई,ना जफ़ा काम आई

वो साथ थे तो जमाना साथ था,खुदा साथ था
वो छोड़ गए,ना जमाना काम आया ना खुदाई काम आई

दिल ने कहा मोहब्बत ना कर जल जायेगा
बेवफाई हुई,ना दिल काम आया,ना दिल्लगी काम आई

जमाने को फ़र्क़ नहीं पड़ा, हमारी जुदाई का
ना मैं काम आया,ना वो काम आई

26 का होकर"गुरु"ये जान पाया
जिंदगी तूँ मेरे खामखां काम आई....

हमको मोहब्बत ऐसे मुकाम लाइ
ना दवा काम आई,न दुआ काम आई

Saturday 13 February 2016

मेरी कोई तमन्ना...

मेरी कोई भी तमन्ना कभी पूरी नहीं होती
क्योंकि मेरी हर तमन्ना का आखिरी हिस्सा तुम हो...

मेरे अंदर का बचपन मेरे इर्द गिर्द रहता है
मेरी प्रेम कथा पूरी करूँ,बस यही कहता है
पूरी कैसे करूँ,,, मेरी प्रेम कथा का आखिरी किस्सा तुम हो...

सबसे रिश्ता तोड़ लो,कहते हैं प्रेम दीवाने
मेरे मुकद्दर की मैं जानू, वो क्या जाने
किस से जोडूं,किस से तोडूं,मेरा हर रिश्ता तुम हो...

किस से क्या कहूँ,क्या हुआ मेरे प्रेम इम्तिहान का
धीरज में लूट गया,क्या फायदा हुआ इत्मिनान का
क्या इत्मीनान,क्या इमतिहां,मेरे प्रेम का नतीजा तुम हो....

यादो में यो ही रहना

चले जाना जब भी चाहो,मगर यादो में यो ही रहना
दिल में याद रखना,भले जुबान से कुछ ना कहना

चलो इतना ही सही के तुममे मेरा रुझान तो है
पल भर ही सही,तुमको मेरा ध्यान तो है
बह जाना गैरो की मोहब्बत में,मेरे अश्को में न बहना

दीदार इतना ही काफी है के जी भर देख लूँ तुम्हे
निगाह में ख्वाब तेरे,लबो पे तेरे लब मिले मुझे
बाकि तुम्हारे पास मेरे ख़त है जो उनको जला देना

ऐसा मुमकिन तो नहीं की तुम्हे कभी मेरी याद आ जाये
बह करके अश्क़ तेरी आँखों से गालो पे आ जाये...
जैसे तैसे भी हो प्यार से खुदको समझा लेना.....

हालात से करने पड़ते है कई बार कई समझोते...

दुनिया में सीखा मैंने बस इतना ही हंसते रोते
हालात से करने पड़ते हैं कई बार कई समझोते

दामन भर ना सही लेकिन खुशियो  के दो पल ही सही
तेरे मेरे प्यार के संग में बीते होते......
हालात से करने पड़ते हैं कई बार कई समझोते


मेरे स्वभाव की शालीनता मेरी चंचलता को छिपाती है
मैं हंसता हूँ,मुस्काता हूँ,आंसू से चेहरा धोते धोते
हालात से करने पड़ते हैं कई बार कई समझोते


हर सपने को गोद उठाकर प्यार से समझाना पड़ता है
नींद में देखे सारे ख्वाब पूरे नहीं होते
हालात से करने पड़ते हैं कई बार कई समझोते


घर बार,हसरत,सपने,मेरा महबूब तक मुझसे छीन लिया
ना दुनिया ना दौलत,बस काश वो मेरे होते.....
हालात से करने पड़ते हैं कई बार कई समझोते.....

Sunday 31 January 2016

मैं कुछ ज्यादा दीवाना था

मैं कुछ ज्यादा दीवाना था,तू कुछ ज्यादा सयानी थी
मैंने तुम्हे बचाने की ओर मुझे लुटाने की ठानी थी
सालों साल के इस नाटक में तुमको एक हिस्सेदार मिला
मुझसे छिपकर तुमने उसकी बाहें थामी थी
यही हमारी प्रेम कहानी थी.....

फिर लोट आई तुम वापस,नए इरादों के संग
कुछ झूठे सपने,कुछ झूठे वायदों के संग
फिर से मेरे विशवास को अपनाकर जख्मी किआ
प्यार के नाम पर तुमने दुश्मनी निभानी थी
यही अपनी प्रेम कहानी थी...

सच जानकर भी तेरे संग,हाथ पकड़कर चले चला
तुम तो शायद भूल चुकी हो तुमने क्या क्या मेरे साथ किआ
झूठ कितने बताये मुझे और सच्चाई कितनी छिपानी थी
यही अपनी प्रेम कहानी थी.....

"गुरु"ने बीती बातें भुलाकर फिर से तुमको अपनाया था
एक तरफ दोस्ती निभाई,दूजी तरफ इश्क़ निभाया था
सालो बित गए पर मैं अब भी दीवाना हूँ,,तू अब भी सयानी है.....
यही अपनी प्रेम कहानी है।।।।।