Friday 4 August 2023

ये मेरे किस काम की….

श्लोक,बाईबल,ग्रंथ, किताबें क़ुरान की

इनमें तुम नहीं तो ये मेरे किस काम की


ये गाँजा,अफ़ीम,पोस्त,ये भाँग-ए-शराब

मुझे बहुत है ज़ाम-ए-चुस्की तेरे नाम की 


चंदा,सितारे,दौलत , मुबारक तुम्हें 

तूँ-मैं और एक चाय,इतनी सी कीमत मेरी शाम की 


तेरी झूठी मोहब्बत तुमको मुबारक पुराने महबूब मेरे 

“गुरु“को नहीं चाहिए मोहब्बत हराम की….