श्लोक,बाईबल,ग्रंथ, किताबें क़ुरान की
इनमें तुम नहीं तो ये मेरे किस काम की
ये गाँजा,अफ़ीम,पोस्त,ये भाँग-ए-शराब
मुझे बहुत है ज़ाम-ए-चुस्की तेरे नाम की
चंदा,सितारे,दौलत , मुबारक तुम्हें
तूँ-मैं और एक चाय,इतनी सी कीमत मेरी शाम की
तेरी झूठी मोहब्बत तुमको मुबारक पुराने महबूब मेरे
“गुरु“को नहीं चाहिए मोहब्बत हराम की….