इस दिवाली कुछ खास करते हैं
फिर से एक दूसरे पर विश्वास करते हैं
लोग बताते हैं तुम्हे मुझसे शिकायत बहुत है
चलो इस बार आपस मे बात करते है
ये तो सच है कि दूरियां समेटी नही जा सकती
फिर भी दिल से पास होने का अहसास करते हैं
पुरानी यादें साथ है या भूल गए हो
फोन मिलाओ,सारी रात बकवास करते हैं
ये ख्याल जाकर के कहीं दफन क्यों नही होते
हंसते-खेलते रिश्ते का सत्यानास करते हैं
हर बार "गुरू"ने जख्मो की बात की है
आज खुशियों का हिसाब करते हैं
इस दिवाली कुछ खास करते हैं
एक दूसरे पर विश्वास करते हैं।
2 comments:
awsome guru
wow.........
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