Saturday 13 February 2016

हालात से करने पड़ते है कई बार कई समझोते...

दुनिया में सीखा मैंने बस इतना ही हंसते रोते
हालात से करने पड़ते हैं कई बार कई समझोते

दामन भर ना सही लेकिन खुशियो  के दो पल ही सही
तेरे मेरे प्यार के संग में बीते होते......
हालात से करने पड़ते हैं कई बार कई समझोते


मेरे स्वभाव की शालीनता मेरी चंचलता को छिपाती है
मैं हंसता हूँ,मुस्काता हूँ,आंसू से चेहरा धोते धोते
हालात से करने पड़ते हैं कई बार कई समझोते


हर सपने को गोद उठाकर प्यार से समझाना पड़ता है
नींद में देखे सारे ख्वाब पूरे नहीं होते
हालात से करने पड़ते हैं कई बार कई समझोते


घर बार,हसरत,सपने,मेरा महबूब तक मुझसे छीन लिया
ना दुनिया ना दौलत,बस काश वो मेरे होते.....
हालात से करने पड़ते हैं कई बार कई समझोते.....

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