Saturday 13 February 2016

यादो में यो ही रहना

चले जाना जब भी चाहो,मगर यादो में यो ही रहना
दिल में याद रखना,भले जुबान से कुछ ना कहना

चलो इतना ही सही के तुममे मेरा रुझान तो है
पल भर ही सही,तुमको मेरा ध्यान तो है
बह जाना गैरो की मोहब्बत में,मेरे अश्को में न बहना

दीदार इतना ही काफी है के जी भर देख लूँ तुम्हे
निगाह में ख्वाब तेरे,लबो पे तेरे लब मिले मुझे
बाकि तुम्हारे पास मेरे ख़त है जो उनको जला देना

ऐसा मुमकिन तो नहीं की तुम्हे कभी मेरी याद आ जाये
बह करके अश्क़ तेरी आँखों से गालो पे आ जाये...
जैसे तैसे भी हो प्यार से खुदको समझा लेना.....

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