Wednesday 31 May 2023

आँखों में छिपाकर तलवार रखता हूँ,,,,ankho me chhipa kar talwar rakhta hu

 अपने लफ़्ज़ों पर पूरा करार रखता हूँ

आँखों में छिपाकर तलवार रखता हूँ


मुझसे मिलने से पहले अपनी समझ निखार लेना

मैं किसी के सामने बात ,बस एक बार रखता हूँ


ज़िंदगी में लड़ने का थोड़ा तो मज़ा आये “गुरु”

दोस्त तो दोस्त मैं दुश्मन भी समझदार रखता हूँ


इस एक नज़र ने कई हसीनाओं के कलेजे लुटे हैं

होंठ नशीले ,निगाहें  तेज़धार रखता हूँ

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